महाविद्यालय प्रतीक चिन्ह - आत्म दीपो भव :
बौद्ध दर्शन का एक सूत्र वाक्य है - ‘अपना प्रकाश स्वयं बनो‘, अपनी प्रेरणा खुद बनो, खुद तो प्रकाशित हो ही, लेकिन दूसरों के लिए भी प्रकाश स्तम्भ की तरह जगमगाते रहो |
परिवर्तन प्रकृति का शाश्वत सत्य है | सकारात्मक और सृजनात्मक परिवर्तन हमेशा जीवन को एक नई दिशा देते है | सौभाग्य की बात है कि राजकीय महिला महाविद्यालय ,गुलजारबाग पटना -7 का गायघाट स्थित अपने भवन में पूर्ण स्थायी स्थानांतरण हो गया है | अपनी स्थापना के 48 वर्षों के बाद अब महाविद्यालय अपने भवन से संचालित हो रहा है | यह शुभ अवसर प्रदान करने के लिए मैं और महाविद्यालय परिवार शिक्षा विभाग का ह्रदय से आभार व्यक्त करते है जिनकी विशेष मदद से हम अपनी छात्राओं को उनका अपना प्रांगण दे पाए| उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है की हमारी छात्राएँ अपनी प्रतिभा से इस प्रांगण में अपनी उन्नति का नया इतिहास अवश्य रचेंगी | आने वाले वक्त में हमारी छात्राएँ अपनी प्रतिभा और अनुशासन से न सिर्फ इस महाविद्यालय को गौरवान्वित करेंगी बल्कि स्वयं भी महिला सशक्तिकरण का सार्थक उदाहरण बनेंगी |मैं अपनी सभी छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए अशेष शुभकामनाएँ देती हूँ |